विदेश मंत्रालय खाता
विदेश सचिव विदेश मंत्रालय में मुख्य लेखांकन प्राधिकारी हैं। आप, अपर सचिव (वित्त सलाहकार) और प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक की सहायता से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।
विदेश मंत्रालय के लेखांकन संगठन के प्रमुख प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक हैं और एक लेखा नियंत्रक, 5 वरिष्ठ लेखा अधिकारियों, 22 सहायक लेखा अधिकारियों और विभिन्न स्तरों पर स्टाफ के अन्य लगभग 100 सदस्यों द्वारा उनकी सहायता की जाती है। यह कार्यालय, नई दिल्ली में
विदेश मंत्रालय, 30 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों और विदेशों में स्थित 161 मिशनों/ केन्द्रों की भुगतान और लेखांकन जरूरतें पूरी करता है। भारतीय स्टेट बैंक, विदेश मंत्रालय की प्रत्यायित बैंक है।
दिल्ली से बाहर कार्यरत 27 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों को अपनी कुछ व्यय प्रतिबद्धताएं पूरी करने के उद्देश्य से चैक जारी करने के लिए प्राधिकृत किया गया है। स्टेशन से बाहर इन क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों द्वारा प्रस्तुत भुगतान सूचियों का प्रधान मुख्य लेखानियंत्रक
के कार्यालय में संकलन किया जाता है और उन्हें सरकारी लेखों में सम्मिलित किया जाता है। मुख्यालय में आहरण एवं संवितरण अधिकारी, भुगतान की पूर्व -जांच प्रणाली के अंतर्गत अपने बिल भुगतान और लेखा अधिकारियों को प्रस्तुत करते हैं।
विदेशों में स्थित 161 मिशनों/ केन्द्रों को मंत्रालय द्वारा समय-समय पर धनराशि प्रदान की जाती है और उन्हें समय-समय पर यथा अपेक्षित सभी भुगतान करने के लिए प्राधिकृत किया गया है। वे मासिक नकद लेखे प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक के कार्यालय को प्रस्तुत करते हैं और
वह उन्हें संकलित करता है और सरकारी लेखों में सम्मिलित करता है।
मंत्रालय की आय (भारत में – मुख्यतः पासपोर्ट शुल्क) क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों में संग्रहीत की जाती है तथा प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक के कार्यालय में उनका हिसाब रखा जाता है। इसी प्रकार विदेशों में स्थित मिशनों/ केन्द्रों द्वारा संगृहीत पासपोर्ट, वीजा और
कासुंली शुल्क, मिशनों/ केन्द्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए नकद लेखों के माध्यम से प्राप्त होते हैं।
विदेशों में स्थित मिशनों/ केन्द्रों के पास विदेशी मुद्रा में अतिरिक्त धनराशि, प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक के कार्यालय को भेज दी जाती है।
विदेश मंत्रालय अपने स्वयं के व्यय के अलावा, अन्य कार्यात्मक मंत्रालयों/ विभागों की ओर से भारत में और विदेशों में स्थित मिशनों/ केन्द्रों में भी व्यय करता है। इनका हिसाब रखा जाता है और विहित नियमानुसार संबंधित मंत्रालयों/ विभागों के साथ इनका समाधान किया जाता
है।
प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक का कार्यालय सभी भुगतान और लेखांकन कार्यों के लिए जिम्मेदार है जैसे कि :
भुगतान और लेखा अधिकारियों के माध्यम से पूर्व-जांच के पश्चात सभी भुगतानों की व्यवस्था करना।
यदि भुगतान का कार्य विभागीय अधिकरियों के पास है, तो सभी मामलों में पूर्व जांच सुनिश्चित करना।
अनुमोदित बजट के संबंध में व्यय पर निगरानी रखना।
विदेश मंत्रालय के लेखों का मासिक एवं वार्षिक संकलन एवं समेकन और उन्हें महालेखा नियंत्रक, वित्त मंत्रालय को आगे भेजना।
विदेश मंत्रालय द्वारा नियंत्रित अनुदानों के लिए विधिवत संपरीक्षित वार्षिक विनियोजन लेखे तैयार करना।
भारत और विदेशों में विदेश मंत्रालय के विभिन्न क्षेत्रीय संगठनों द्वारा भुगतान और रखे गए लेखा अभिलेखों के आंतरिक निरीक्षण की व्यवस्था करना।
विदेश मंत्रालय की सभी आय का लेखांकन।
मासिक लेखा विवरण के लिए माह पर क्लिक करें।
2012-2013
2011-2012
2010-2011
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2008-2009
2007-2008
2006-2007
2005-2006
अस्वीकरण : यद्यपि, इस भाग को यथा संभव प्रामाणिक बनाने के प्रयास किए गए हैं, प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक का कार्यालय, विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र इस वेबसाइट में समाविष्ट सूचना में किसी कमी अथवा गलती
के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे । यदि कोई विसंगति पाई जाती है, तो उसे प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक का कार्यालय, विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली के ध्यान में लाया जाए।