6-8 जून 2006 तक नेपाल के परम मान्य प्रधान मंत्री श्री गिरिजा प्रसाद कोइराला की सरकारी भारत यात्रा : संयुक्त प्रेस विज्ञाप्ति
जून 09, 2006
- भारत के प्रधान मंत्री माननीय डा0 मनमोहन सिंह के निमंत्रण पर नेपाल के प्रधानमंत्री परम मान्य श्री गिरिजा प्रसाद कोइराला 6-9 जून, 2006 तक भारत की सरकारी यात्रा पर आए। माननीय श्री गोपाल मान श्रेष्ठा, फिजिकल प्लानिंग एवं वर्क्स मंत्री, माननीय श्री महंत ठाकुर,
कृषि एवं सहकारिता मंत्री, माननीय श्री राजेद्र प्रसाद पांडे, स्थानीय विकास मंत्री, माननीय सुश्री उर्मिला अर्याल, महिला बाल एवं सामाजिक कल्याण मंत्री, और विदेश मामलों पर प्रधान मंत्री के सलाहकार डा0 सुरेश चंद्र चलिसे भी नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ भारत यात्रा
पर आए थे । इस प्रतिनिधिमंडल में नेपाल सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, व्यापार शिष्ठमंडल एवं मीडिया प्रतिनिधियों का शिष्ठमंडल भी शामिल था।
- नेपाल के प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान राजघाट गए और उन्होंने महात्मा गांधी की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की । प्रधान मंत्री ने भारत के महामहिम राष्ट्रपति डा0 ए पी जे अब्दुल कलाम से भेंट की तथा वे भारत के महामहिम उपराष्ट्रपति श्री भैरोंसिह शेखावत,
जिन्होंने उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया था । से भी मिलने गए। नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारत के प्रधानमंत्री साथ बातचीत की जिसके बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई ।
भारत के प्रधानमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। रक्षा मंत्री श्री प्रणव मुखर्जी, गृह मंत्री श्री शिवराज पाटिल तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री लाल कृष्ण अडवानी ने नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की । नेपाल के प्रधानमंत्री
ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यू पी ए) की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी से तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री चद्रशेखर से भी मुलाकात की ।
- बातचीत अत्यंत सौहार्द एवं गर्मजोशी के वातावरण में संपन्न हुई । दोनों प्रधानमंत्रियों ने विचारों का आदान-प्रदान किया और दोनों देशों की स्थितियों का मूल्यांकन किया।
दोनों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि नेपाल में लोकतंत्र के बहाल होने से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में गुणवत्ता के संवर्धन का ऐतिहासिक अवसर प्राप्त हुआ है जो चिरकालीन सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध, लोकतंत्र में साझा विश्वास, स्वतंत्रता एवं
विधिसम्मत शासन, शांति, स्थिरता एवं समृद्धि के लक्ष्य पर आधारित है ।
उन्होंने शांतिपूर्ण सहआस्तित्व, संप्रभु समानता, प्रादेशिक अखंडता, परस्पर सम्मान एवं समझबूझ के सिद्धांतों पर आधारित अपने संबंधों में नए आयाम एवं गत्यात्मकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की।
- प्रधान मंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री श्री गिरिजा प्रसाद कोइराला का लोकतांत्रिक शाक्तियों के नेता के रूप में हार्दिक स्वागत किया और उनके अच्छे स्वास्थ्य तथा अनवरत दीर्धकालीन नेतृत्व के लिए उन्हें शुभकामनाएंं दी । क्योंकि वे नेपाल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण
संधिकाल में नेपाल का नेतृत्व कर रहे हैं । उन्होंने इस यात्रा को महत्वपूर्ण ऐतिहासिक यात्रा के रूप में वर्णित किया।
बहुदलीय लोकतंत्र को बहाल करने और इसे संस्थागत रूप देने की दिशा में उनके सफल संघर्ष में नेपाल के लोगों के अदम्य साहस और असाधारण उपलब्धियों की सराहना की । भारत के प्रधान मंत्री ने शांति, स्थिरता एवं आर्थिक समुत्थान के मार्ग पर पुनः अग्रसर होने के लिए नेपाल की
सरकार द्वारा हाल ही में उठाए गए कदमों की प्रशंसा की । - भारत के प्रधानमंत्री ने यह बात दोहरायी कि एक निकट मित्र और पड़ोसी होने के नाते भारत नेपाल को एक स्थिर, शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और समृद्ध देश के रूप में देखना चाहता है । उन्होंने नेपाल के प्रधान मंत्री परम माननीय जी पी कोइराला के नेतृत्व में सात दलों की
गठबंधन वाली सरकार और नेपाल की जनता को इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भारत के पूर्ण सर्मथन की पेशकश को, और उनके समक्ष आई चुनौतियों का सामना करने की उनकी योग्यता पर विश्वास जाहिर किया।
- नेपाल के प्रधान मंत्री ने भारत सरकार और उसकी जनता द्वारा लोकत्रंत की बहाली हेतु उनके शांतिपूर्ण संघर्ष में समर्थन देने के लिए नेपाल की जनता की सराहना व्यक्त की ।
- भारत के प्रधान मंत्री ने सशस्त्र संघर्ष का शांतिपूर्ण हल निकाल कर राजनीतिक स्थिरता बहाल करने और नेपाल की जनता के कल्याण के लिए आर्थिक पुनर्निर्माण की और ले जाने के लिए जनता के आंदोलन की उपलब्धियों को संधटित करने के नेपाल के प्रधान मंत्री द्वारा किए गए प्रयासों
की सराहना की । दोनों प्रधानमंत्री इस बात पर सहमत थे कि लोकतंत्र की सफलता एक हिंसा रहित एवं बल प्रयोग मुक्त वातावरण बनाने तथा विधि सम्मत शासन में निहित है ।
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने नेपाल में आर्थिक पुनर्वास तथा विकास को गति प्रदान करने की महत्ता को स्वीकार किया । भारत के प्रधानमंत्री ने नेपाल सरकार की प्राथमिकताओं तथा आकांक्षाओं के अनुरूप नेपाल को सभी संभव सहायता प्रदान करने की भारत की इच्छा से नेपाल को अवगत
कराया। नेपाल के सामाजिक - आर्थिक विकास में उदारतापूर्ण सहयोग के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारत सरकार की सराहना की ।
- इस संदर्भ में नेपाल में ग्रामीण तथा आर्थिक बुनियादी ढांचे का विस्तार करने,िशक्षा एवं स्वास्थ्य रक्षा सुविधाओं को विकसित करने और मानव संसाधनों को सृजित करने के लिए दोनों प्रधानमंत्री भारत-नेपाल विकास भागीदारी को बढ़ाने पर सहमत हुए। दोनों प्रधानमंत्रियों
के बीच सामाजिक- आर्थिक सहयोग के क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच रहे द्विपक्षीय पहलों तथा तंत्रों को बहाल करने पर सहमति हुई ।
- भारत सरकार ने निम्नलिखित के लिए अपनी इच्छा प्रदर्शित की:
(क) सड़क, रेल संपर्क सीमा के आधारभूत ढांचे, जल संसाधन के क्षेत्रों में तथा तेल पाइपलाईन का निर्माण करने, विशेष आर्थिक क्षेत्र, विमानपत्तन का स्तरोन्नयन तथा दोनों सरकारों द्वारा परस्पर सहमत अन्य क्षेत्रों में दीर्घकालिक बड़ी आधारभूत परियोजनाओं की गति तेज करना।
(ख) नेपाल सरकार के बजट में 100 करोड़ भारतीय रूपये का एक-मुश्त अनुदान तत्काल देना।
(ग) नेपाल सरकार की प्राथमिकता वाली आधारभूत विकास परियोजनाओं के लिए 100 मीलियन अमरीकी डालर के लचीला ऋण की पेशकश करना।
(घ) वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए अपने 65 करोड़ रू0 नेपाल को सहायता बजट बढ़ाकर 150 करोड़ वार्षिक करना ।
(ङ) रक्षा संबंधी खरीदों के कारण नेपाल सरकार द्वारा भारत सरकार के आज की तिथि तक के बकाए ऋण को माफ करना ।
(च) नेपाल की सबसिडीकृत मूल्यों पर 25,000 मीट्रिक टन उर्वरक आपूर्ति करने की तत्काल व्यवस्था करना ।
(छ) नेपाल में निर्मित सभी सामानों के निर्यात पर भारत में लगने वाले 4औ अतिरिक्त सीमा-शुल्क से छूट देना ।
(ज) शुल्क वापसी प्रव्रिया स्कीम के अंतर्गत नेपाल को सभी राशि शीघ्र जारी करना ।
(झ) बालिकाओं सहित नेपाली छात्रों के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदत शिक्षावृतियों की संख्या को दुगुना करना ।
(ञ) इंडियन ऑयल कारपोरेशन तेल आपूर्ति के परिणाम - स्वरूप नेपाल ऑयल कारपोरेशन के पास बकाया राशि की प्राप्ति के लिए प्रव्रियाओं का पुननिर्धारण करेगा ।
- उपर्युक्त निणयों के कार्यान्वयन के लिए शीघ्र अनुवर्ती कार्रवाई करने पर दोनों प्रधानमंत्री सहमत हुए ताकि नेपाल के लोगों तक इसके फायदे पहुंचना सुनिश्चित किया जा सके और परस्पर लाभ के लिए भारत और नेपाल के बीच आर्थिक सहयोग को और सुदृढ किया जा सके ।
- नेपाल के प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रधानमंत्री को शासकीय दौरे पर जल्दी ही नेपाल आने का निमंत्रण दिया । भारतीय प्रधानमंत्री ने सहर्ष निमंत्रण स्वीकार कर लिया। यात्रा की तिथि परस्पर सुविधा को ध्यान में रखते हुए तय की जाएगी ।
नई दिल्ली,
9 जून, 2006